के0बी0 हिंदी साहित्य समिति(पंजी0) द्वारा 5वें अंतरराष्ट्रीय साहित्यकार सम्मान समारोह/कवि सम्मेलन एवम पुस्तक लोकार्पण नगर का आयोजन आर0के0 इंटरनेशनल स्कूल में 2 से 3 नबम्बर तक किया गया।
2 नबम्बर को साँय साहित्यिक कवि सम्मेलन हुआ जिसमें नेपाल सहित देश के 5 प्रांतों के 37 कवियों ने साहित्यिक काव्य पाठ किया। 3 नबम्बर को साहित्यकार सम्मान समारोह एवम पुस्तक लोकार्पण किया गया।समारोह। के मुख्य अथिति विराट नगर ( नेपाल) विश्व विद्यालय के प्रोफेसर देवी पंथी जी रहे।अध्यक्षता बरेली के उ0 प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा साहित्य भूषण से सम्मानित साहित्यकार सुरेश बाबू मिश्रा ने की।विशिष्ट अथिति उ0प्रदेश हिंदी संस्थान की सम्पादक डॉ0अमिता दुबे ,तमिलनाडु के साहित्यकार डॉ0पी0आर0वासुदेवन "शेष" ,कन्हई लाल गुप्त समारोह के आयोजक,राम कृष्ण वि0सहस्रबुद्धे (नासिक), सन्स्था के संरक्षक आनंद कुमार दुबे,सुग्रीव वार्ष्णेय, साहित्यकार डॉ0हरेंद्र हर्ष,एवम गीतांजलि सक्सेना रहे।संचालन डॉ0नितिन सेठी ने किया।
शुभारम्भ मंचासीन अथितियों एवम सन्स्था अध्यक्ष डॉ0सुधांशु द्वारा दीप प्रज्वलन एवम डॉ0शिवशंकर यजुर्वेदी की वाणी वन्दना से हुआ।अथितियों के माल्यार्पण के बाद संस्था अध्यक्ष डॉ0 सुधांशु ने स्वागत भाषण में सभी अथितियों का संक्षिप्त परिचय सहित स्वागत किया।सन्स्था के महासचिव आशुतोष कुमार शर्मा ने समिति का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
पुस्तक लोकार्पण के क्रम में सन्स्था की पत्रिका "नये क्षितिज"के अंक -18 , "मिथिलेश दीक्षित का काव्य चिंतन व विमर्श" डॉ0 सुधांशु द्वारा संपादित , युवा कवि अरमान राज का काव्य संग्रह"मेरी कलम से",डॉ0मन्जू यादव का कहानी संग्रह "सोना गाछी", प्रो0देवीपंथी द्वारा संकलित एवम दीपक गोस्वामी "चिराग" द्वारा संपादित नेपाली पत्रिका "चारु और ग़ज़ल" एवम नेपाली पत्रिका "पूर्वांचल दर्पण", एवम तमिलनाडु के डॉ0पी0 आर0 वासुदेवन "शेष" के काव्य संकलन , "शेषामृत" एवम "माध्यम" पत्रिका का लोकार्पण किया गया।
लोकार्पण के बाद सम्मान के क्रम में सन्स्था का सर्वोच्च सम्मान "माधवी दुबे स्मृति "साहित्य सिंधु सम्मान"5000₹ सहित डॉ0 अमिता दुबे लखनऊ को डॉ0 मिथिलेश दीक्षिति द्वारा अपनी माँ की स्मृति में दिया गया।"हिंदी विभूषण श्री" सम्मान 2100₹ सहित डॉ0हरेंद्र हर्ष, डॉ0रमाकांत आपरे (महाराष्ट्र) डॉ0विनोद कुमार वाय चल (महाराष्ट्र),राम कृष्ण वि0 सहस्रबुद्धे (नासिक) एवम गीतांजलि सक्सेना को शाल,स्मृति चिन्ह एवम सहित प्रदान किया गया।
"हिंदी भूषण श्री" सम्मान ₹1100/- सहित डॉ0 सुरँगमा यादव, डॉ0सुषमा चौधरी दिल्ली,कीर्ति प्रदीप वर्मा होशंगाबाद, मधु शंखधर "स्वतंत्र", वीरेंद्र गुप्त, डॉ0 गोपाल कृष्ण भट्ट "आकुल" कोटा,मोहन लाल मिश्र "धीरज", ईश्वर दयाल गोस्वामी सागर,विजय कुमार मिश्र "बुद्धिहीन",डॉ0 श्री प्रकाश यादव,अनुराग मिश्र गैर, नंद लाल मणि त्रिपाठी ,डॉ0 प्रताप मोहन भारतीय हिमाचल प्रदेश,डॉ0 के0सुधा आंध्रप्रदेश एवम डॉ0 मनोज कुमार सिंह को शाल,प्रतीक चिन्ह सहित दिया गया।
इसके अतिरिक्त 17 प्रांतों एवम नेपाल राष्ट्र से पधारे 102 अन्य साहित्यकारों ,समाजसेवियों,शिक्षाविदों, एवम विषय विशेषज्ञों को शाल,प्रतीक चिन्ह, सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।नेपाल एवम तमिल नाडु से पधारे साहित्यकारों ने संस्थाद्यक्ष डॉ0 सुधांशु को परम्परानुसार अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया।
संस्था द्वारा संस्था के माध्यम से अपने परिजनों की स्मृति में धनराशि सम्मान प्रदान करने वाले एवम समारोह के आयोजक सहित 20 महानुभावों को भी शाल,सम्मान पत्र,प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया गया।समापन अध्यक्ष के उदबोधन एवम सन्स्था के सहसचिव विजय कुमार सक्सेना के आभार व्यक्त से हुआ।
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