- सुषमा दिक्षित शुक्ला
ओ!मॉ जगत जननी दुर्ग मॉ,
अब विश्व का कल्याण कर दे ।
हम सभी तो शिशु तुम्हारे ,
प्यार का आँचल प्रहर दे ।
हे!क्षमा मयि हे! दया मयि ,
हर कष्ट से उद्धार कर दे ।
बस हो हृदय मे रूप तेरा ,
ऐसे सदा उदगार भर दे ।
कोरोना ,से बच सके सब ,
हे! मातु चमत्कार कर दे ।
ज्यौं अनगिनत थे असुर मारे ,
त्यौं ही इसे संहार कर दे ।
हम सभी तो शिशु तुम्हारे ,
प्यार का आँचल प्रहर दे ।
- सुषमा दिक्षित शुक्ला
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