इंदौर- कोरोना महामारी के कारण लाकडाउन के चलते फेसबुक पर मालवी बोली के संरक्षण एवं संवर्धन तथा प्रचार प्रसार हेतु चलाए जा रहे ग्रुप के एडमिन पैनल की सदस्य सुश्री हेमलता शर्मा 'भोली बैन' ने अप्रैल फूल दिवस को अपने ग्रुप के लोगों के साथ अनोखे रूप से मनाया । उन्होंने फेसबुक पर सभी को अप्रैल फूल दिवस की बधाई देते हुए मूर्ख शब्द के मालवी पर्यायवाची शब्द बताने के लिए लोगों से आग्रह किया। लगभग 200 लोगों ने ऑनलाइन आकर उस में भाग लिया।
भोली बैन ने पगड़ी के उपर हेट लगाकर सभी को 'हैप्पी टेपा डे' बोलकर मूर्ख दिवस की बधाई देते हुए ऑनलाइन दर्शकों को अप्रैल फूल दिवस मनाने के इतिहास की जानकारी देते हुये इसकी शुरुआत मालवा से बताई तथा महाकवि कालिदास के "जिस डाल पर बैठै हे,उसी को काटने के कृत्य को प्रथम मूर्खता पूर्ण कार्य बताया और कहा कि इसकी शुरुआत मालवा से ही हुई है । संजय जोशी 'सजग' ने सहभागिता करते हुये मूर्ख दिवस पर अपनी कविता पोस्ट की जिसे भोली बैन ने पढ़कर सभी ऑनलाइन दर्शकों को सुनाया । साथ ही राजभाषा अधिकारी के रूप में पदस्थ श्री देवेंद्र सिंह सिसोदिया जी ने ऑनलाइन आकर जानकारी दी कि उन्होंने मध्यप्रदेश शासन को भेजे शिक्षा नीति के प्रस्ताव में कक्षा तीसरी तक के बच्चों की शिक्षा क्षेत्रीय बोली में कराए जाने का सुझाव दिया है । 'पंचरंगो मालवो' के एडमिन श्री राजेश बाबू भंडारी जी तथा श्रीगौड़ बा्हमण समाज इंदौर के अध्यक्ष मुकेश शर्मा के साथ ही शरद व्यास ने सक्रिय सहभागिता की। महिलाओं में नीलिमा दुबे, वंदना चौधरी, निर्मला परमार ने सक्रिय सहभागिता की तो ग्रामों से वासूदेव पटेल, प्रेमसिंह जादोन, आशीष राठौर, अभिमन्यु शर्मा अग्रणी रहे ।
इस ऑनलाइन कार्यक्रम में मूरख शब्द के सर्वाधिक मालवी पर्यायवाची शब्द बताने वाले 3 लोगों कृमश: श्री सुशील जोशी, श्रीमती कविता चौधरी एवं महेंद्र कानूनगो को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया गया ।
भोली बैन ने अपनी चित परिचित शैली और मीठी मालवी से सभी लोगों को लाकडाउन में लगभग एक घंटे बांधे रखा साथ ही लोगों से घरों से बाहर न निकलने की अपील की एवं कठिन समय में प्रशासनिक और सेवा कार्यो में लगे लोगों का आभार व्यक्त किया । सभी लोगों द्वारा ऑनलाइन कार्यक्रम की सराहना की गई ।
- Blogger Comment
- Facebook Comment
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें